चुनाव में वोट किसे देना ये जितना निजी फैसला है, चुनाव में मतदान करना है या नहीं ये एक राष्ट्रहित से जुड़ा फैसला होता है. जिस देश के नागरिक हैं उस देश के इलेक्शन में भाग लेना ही चाहिए. हालांकि ऐसा न करने पर कोई कड़ी कार्रवाई नहीं होती लेकिन कभी कभी रिश्ते जरूर टूट जाते हैं. जी हां बिलकुल सही सुन रहे हैं आप. वोटिंग न करने का फैसला एक व्यक्ति की जिंदगी के ब़ड़े फैसले पर भारी पड़ सकता है. उसकी मंगेतर का कहना है कि वो अपने रिलेशनशिप पर दोबारा विचार कर रही है. क्योंकि उसके मंगेतर ने अमेरिकी इलेक्शन में वोट कास्ट करने से ही इंकार कर दिया. आपको बता दें कि अमेरिका में अपने 47वें राष्ट्रपति को चुनने के लिए मतदान हुआ है. डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस इस मुकाबले में आमने-सामने हैं.
सगाई तोड़ने का फैसला
जब से अमेरिकी चुनाव शबाब पर पहुंचे हैं सोशल मीडिया पर मीम्स की बहार आ गई है. रेडिट पर भी एक पोस्ट तेजी से वायरल हो रहा है. जिस में एक युवती ने बताया है कि उस की और उस के फियांसी की एज 26 साल है. उसने लिखा कि मेरे फियांसी का वोट देने का कोई इरादा नहीं है. इसे उस ने अपने लिए एक मोरल क्राइसिस बताया और पूछा कि क्या ये ओवर ड्रामेटिक है. युवती ने ये जानकारी भी शेयर की है कि वो फ्लोरिडा के रहने वाले हैं. उस के फियांसी का कहना है कि उसे डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस दोनों ही पसंद नहीं है. इसलिए वो वोट नहीं देगा. आगे उस युवती ने लिखा कि वोट न देने के बारे में कैसे सोचा जा सकता है.
My (26f) fiance (26m) isn't planning on voting for the US Presidential elections. I am having a moral crisis. Is ending our engagement over this dramatic?
byu/throwawaysadfaceidk inrelationship_advice
यूजर्स की राय
युवती के इस सवाल पर यूजर्स ने अलग अलग राय दी है. एक यूजर ने लिखा कि वोट देना अलग मसला है और रिलेशनशिप एक अलग मसला है. दोनों को एक साथ नहीं जोड़ा जा सकता. एक अन्य यूजर ने लिखा कि अगर आप को लगता है कि आप उसी के साथ रहना चाहती हैं जो वोट करे, तो इंगेजमेंट तोड़ने का फैसला ले सकती हैं. हालांकि, ये दोनों अलग अलग च्वाइस हैं.
USAID Funding Case: अमेरिका का भारत के चुनाव में दखल? USAID फंडिंग को लेकर ट्रंप के बयान के बाद मचे घमासान की पूरी कहानी
Written by: प्रभांशु रंजनUSAID पर घमासान, ट्रंप ने कहा-'भारत के पास बहुत पैसा, हम 1.8 अरब क्यों दे रहे हैं?'
Reported by: NDTV इंडिया, Edited by: पीयूष जयजानबाइडन का दर्द-ए-दिल, मैं ट्रंप को पक्का हरा देता लेकिन...
Edited by: तिलकराजUSAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.
डोनाल्ड ट्रंप कथित तौर पर एक कार्यकारी आदेश की योजना बना रहे हैं, जिसके तहत अमेरिकी सेना से सभी ट्रांसजेंडर सदस्यों को हटा दिया जाएगा.
एक्स के सीईओ एलन मस्क भारत की चुनाव प्रक्रिया के फैन हो गए हैं. उन्होंने सोशल मीडिया पर एक पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए हैरानी जताई कि भारत में एक दिन में ही 64 करोड़ वोटों की गिनती हो गई.
अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा कि बॉन्डी ने लगभग 20 वर्षों तक अभियोजक के रूप में काम किया और उस दौरान उन्होंने अपराधियों के प्रति सख्त रुख अपनाया साथ ही फ्लोरिडा को लोगों के लिए सुरक्षित स्थान बनाया.