डेमोक्रेटिक पार्टी की उपराष्ट्रपति उम्मीदवार कमला हैरिस (Kamala Harris) ने संभावित कोरोना वायरस (Coronavirus) वैक्सीन को लेकर किए गए दावों पर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) पर निशाना साधा. कमला हैरिस ने शनिवार को कहा कि यदि कोरोना वायरस वैक्सीन नवंबर चुनाव से पहले उपलब्ध होती है, तो वह Covid-19 वैक्सीन की सुरक्षा और प्रभाव के मोर्चे पर राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बात पर भरोसा नहीं करेंगी. चुनाव को देखते हुए ट्रंप को महामारी को रोकने के लिए काफी दबाव का सामना करना पड़ रहा है. ऐसे में आशंका है कि ट्रंप सरकार चुनाव से पहले वैक्सीन लाने के लिए रिसर्च में तेजी ला सकती है.
कमला हैरिस ने सीएनएन से कहा, "मैं डोनाल्ड ट्रंप पर भरोसा नहीं करूंगी और वैक्सीन के बारे में किसी विश्वसनीय स्त्रोत से जानकारी मिलनी चाहिए, जो वैक्सीन की विश्वसनीयता और उसके प्रभाव के बारे में बात करे. मैं इसके लिए ट्रंप के शब्दों को नहीं मानूंगी." कोरोनावायस की वजह से अमेरिका में 1,88,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है.
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने पिछले हफ्ते रिपब्लिकन नेशनल कन्वेंशन में समर्थकों के सामने संभावना जताते हुए कहा था कि अमेरिका "इस साल के अंत तक या शायद उससे भी पहले कोरोना वैक्सीन का उत्पादन कर लेगा."
हालांकि, अमेरिका के शीर्ष संक्रमित रोग विशेषज्ञ एंथनी फोसी ने गुरुवार को कहा कि वैक्सीन के ट्रायल के शुरुआती नतीजे "नवंबर या दिसंबर" में आ सकते हैं. उन्होंने चुनाव से पहले अक्टूबर में वैक्सीन के तैयार होने पर कहा कि "ऐसा होने की संभावना कम है, लेकिन ये नामुमकिन भी नहीं है."
अमेरिका गए राहुल गांधी के बयान पर फिर बवंडर, चुनाव आयोग की निष्पक्षता पर उठाए सवाल
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Edited by: श्वेता गुप्ताअमेरिका में राहुल गांधी ने चुनाव आयोग (Rahul Gandhi On Election Commission) पर निष्पक्षता से समझौता करने और सिस्टम में बहुत बड़ी गड़बड़ी होने का आरोप लगाया.
डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
चुनाव के जल्द ऐलान से पता चलता है कि कार्नी अपनी लिबरल पार्टी के लिए वोटिंग में हुई वृद्धि का लाभ उठाना चाहते हैं. जिसकी वजह मुख्य रूप से अमेरिकी टैरिफ और ट्रंप के बार-बार दिए गए बयानों को भी माना जा रहा है.
USAID Funding Case: अमेरिकी संस्था यूएसएड की 21 मिलियन डॉलर की फंडिंग पर ट्रंप के बयान से भारत में सियासी घमासान मचा है. भाजपा-कांग्रेस में आरोप-प्रत्यारोप का दौर जारी है. USAID फंडिंग का पूरा मामला क्या है, जानिए इस रिपोर्ट में.
राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
अमेरिका में निर्वाचित राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के समर्थक एच 1 बी वीजा पर भिड़े हुए है. इसकी शुरूआत श्रीराम कृष्णन की नियुक्ति के बाद हुई. ट्रंप के कुछ समर्थक इस पर आपत्ति जताने लगे. लेकिन अरबपति कारोबारी एलन मस्क ने इसका समर्थन करते हुए एच 1 बी वीजा में सुधार की बात कही है.
अमेरिकी न्याय विभाग में अटार्नी ब्रायन पीस ने कहा है कि वो 10 जनवरी को इस्तीफा दें देंगे. पीस को राष्ट्रपति जो बाइडेन ने नियुक्त किया था. वो चुने गए राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के 20 जनवरी को शपथ लेने से पहले ही अपने पद से इस्तीफा दे देंगे.
दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति एलन मस्क ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप की मदद के लिए कम से कम 270 मिलियन डॉलर खर्च किए थे. जिसके साथ ही वो रिपब्लिकन के शीर्ष दाता बन गए हैं.