सीएनएन के अनुसार, बाइडेन प्रशासन यूक्रेन और इजरायल को सहायता और संसाधन देने के लिए शुक्रवार को कांग्रेस से 105 बिलियन अमेरिकी डॉलर का अनुरोध कर सकता है.
गाजा पर शासन कर रहे फिलिस्तीनी आतंकवादी ग्रुप हमास ने शुक्रवार को कहा कि उसकी आर्म्ड विंग ने सात अक्टूबर को इजराइल में ग्रुप द्वारा किए गए हमलों के दौरान बंदी बनाए गए करीब 200 लोगों में से दो अमेरिकी बंधकों को रिहा कर दिया है.
संयुक्त राष्ट्र महासचिव गुटेरेस ने कहा, "यहां फंसे सहायता ट्रकों को देखकर मुझे बहुत स्पष्ट हो गया है. हमें उन्हें दूसरी ओर जितनी जल्दी संभव हो सके, ले जाना है."
दक्षिणी इजरायल में सात अक्टूबर की सुबह आम लोगों और सैन्य ठिकानों पर गाजा पट्टी से किए गए हमले के दौरान फिलिस्तीनी ग्रुप हमास के हथियारबंद सदस्यों ने कम से कम 200 लोगों को बंधक बनाया और करीब 1,400 लोगों की हत्या कर दी. इसके जवाब में इजरायल ने गाजा पर हवाई हमले किए जिससे हजारों लोग मारे गए. इजरायल ने कहा है कि वह हमास का सफाया करने और बंधकों को मुक्त कराने के लिए कार्रवाई करेगा.
यूक्रेन में रूस का युद्ध उसे फिलिस्तीनी मुद्दे के साथ जुड़ने के लिए अतिरिक्त प्रोत्साहन देता है. वहीं अमेरिका, सीमित सफलता के साथ, वैश्विक दक्षिण को यूक्रेन के पक्ष में करने के लिए मनाने की कोशिश कर रहा है.
इजरायल लेबनान के साथ उत्तरी सीमा पर सबसे बड़े शहरों में से एक किर्यत शमोना से वहां के 20 हजार से अधिक निवासियों को निकालेगा. समाचार एजेंसी रॉयटर की एक रिपोर्ट के मुताबिक इजराइल ने शुक्रवार को यह बात कही. किर्यत शमोना और आसपास के सीमा क्षेत्र में एक दिन पहले भारी गोलीबारी हुई थी.
Israel Hamas War: अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने व्हाइट हाउस के ओवल ऑफिस से एक संबोधन में फिलिस्तीनी समूह हमास (Hamas) और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन (Vladimir Putin) पर तीखा हमला किया. उन्होंने कहा कि दोनों पड़ोसी लोकतंत्रों को पूरी तरह से नष्ट करना चाहते हैं.
अमेरिका की खुफिया एजेंसी का अनुमान है कि इस विस्फोट में मरनेवालों की संख्या 100 से 300 के आसपास होगी. हालांकि, इज़रायल और हमास दोनों ही इस विस्फोट के लिए एक-दूसरे को जिम्मेदार ठहरा रहे हैं.
Israel Hamas War: बाइडेन ने एक टेलीविजन पर राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, "हमास और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन अलग-अलग संघर्ष का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन वे इसे समान रूप से करते हैं."
इजरायल में रह रहे चीनी नागरिकों में असंतोष पैदा हो गया है, कुछ लोग अपनी सरकार की प्रतिक्रिया और संघर्षग्रस्त क्षेत्र से उन्हें निकालने में तेजी से कार्य करने में विफलता से निराश महसूस कर रहे हैं.