तेल अवीव पहुंचे बाइडेन ने कहा- "मैं खुद यहां आकर ये दिखाना चाहता था कि हम इजरायल के साथ हैं. हमास ने बेरहमी से इजरायल के लोगों का कत्ल किया है. वो ISIS से भी बदतर हैं. इजरायल को अपनी रक्षा करने का पूरा हक है. इसमें अमेरिका हर तरह से उनका साथ देगा."
इजरायली सेना के तीन लाख से ज्यादा जवान गाजा सीमा पर डटे हैं. जानकार बताते है कि इजरायल जब जमीन पर गाजा पट्टी में घुसेगी तो उसे असली चुनौती का सामना करना पड़ेगा .
गाजा के अस्पताल में हमले के बाद लेबनान, जॉर्डन, लीबिया, यमन, ट्यूनीशिया, तुर्की, मोरक्को, ईरान और इजरायल के कब्जे वाले वेस्ट बैंक में लोगों ने विरोध प्रदर्शन किए और रैलियां निकाली. पूरे क्षेत्र में गुरुवार को Day of Rage यानी आक्रोश दिवस की अपील की गई है.
इजरायल और फिलिस्तानी संगठन (Israel Palestine Conflict) हमास की जंग (Hamas Attack) का बुधवार को 12वां दिन है. दोनों तरफ से हमले जारी हैं. मंगलवार देर रात गाजा सिटी (Gaza Strip) के अहली अरब सिटी हॉस्पिटल पर हुए रॉकेट हमले में अब तक 500 लोगों के मारे जाने की बात कही गई है. हमास ने इजरायल की ओर से हमला किए जाने का दावा किया. जबकि इजरायल ने हमास के आरोपों को खारिज किया है. वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) ने इस हमले को लेकर दुख जताया है. जबकि अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन (Joe Biden) बुधवार को तेल अवीव पहुंचे. बाइडेन और इजरायली पीएम बेंजामिन नेतन्याहू (Benjamin Netanyahu) के बीच कई मुद्दों पर चर्चा होनी है.
7 अक्टूबर को हमास द्वारा किये गए हमले के बाद से इज़रायल लगातार गाज़ा पर एयर स्ट्राइक कर रहा है, जिसमें हजारों लोगों की जान जा चुकी है. फिलिस्तीन के राजदूत ने बताया कि इज़रायल, गाजा में नरसंहार कर रहा है.
भारत में इजरायली राजदूत ने कहा कि इजरायल के पास स्पष्ट सबूत हैं कि गाजा के अस्पताल (Gaza Hospital Attack) पर हमला एक फिलिस्तीनी इस्लामिक जिहाद रॉकेट से हुआ था. फिलिस्तीनी आतंकवादी और उनके सहयोगी अब विक्टिम कार्ड खेल रहे हैं.
मंगलवार को गाजा अस्पताल में हुए हमले में सैकड़ों लोगों की मौत के बाद, हिजबुल्लाह ने "क्रोध दिवस" का आह्वान किया है. इस हमले के लिए इजरायल और फिलिस्तीन एक दूसरे को दोषी ठहरा रहे हैं.
हिज़्बुल्लाह का इज़रायल के साथ युद्ध में जाना पश्चिम एशिया की भू-राजनीति को भी कतई अस्त-व्यस्त कर देगा. एक ऐसे समय में, जब पश्चिम एशिया में सीरिया, लीबिया, यमन तथा इराक जैसे देश अस्थिरता के दौर से गुज़र रहे हैं, इज़रायल के साथ हिज़्बुल्लाह के युद्ध का आगाज़ पश्चिम एशियाई क्षेत्र में एक और कॉन्फ़्लिक्ट ज़ोन बना देगा, जो अंतरराष्ट्रीय राजनीति के लिए भी उचित नहीं होगा.
क्या वाकई यह हमला हमास के मिसफायर का परिणाम है, जैसा कि इजरायल वार रूम से दावा किया जा रहा है? इज़रायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने हमास पर अस्पताल पर हुए हमले का आरोप लगाया है.
फिलिस्तीनी राजदूत रियाद मंसूर ने गाजा के अस्पताल में हुए हमले को लेकर इजरायल पर साधा निशाना. मंसूर ने कहा कि हमारे पास साक्ष हैं जिससे ये साबित होता है कि हमला इजरायल ने किया.