अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव (US Presidential Election 2024) को लेकर आज कमला हैरिस और डोनाल्ड ट्रंप के बीच दूसरी प्रेसिडेंशियल डिबेट हुई. कमला हैरिस और ट्रंप के बीच बहस के दौरान अबॉर्शन, इमिग्रेशन, रूस-यूक्रेन युद्ध, इजरायल समेत तमाम मुद्दे हावी रहे. अमेरिका में 5 नवंबर को होने वाले चुनाव के लिए पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) और मौजूदा उपराष्ट्रपति कमला हैरिस (Kamala Harris) के बीच यह डिबेट काफी अहम रही.फिलाडेल्फिया स्थित नेशनल कॉन्स्टिट्यूशनल सेंटर में हुई इस डिबेट को ABC News मीडिया ने होस्ट किया था. इस डिबेट को ABC News के एंकर डेविड मुइर और लिन्से डेविड मॉडरेट ने होस्ट किया.
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इस लाइव बहस के दौरान स्टूडियो में कोई ऑडिएंस मौजूद नहीं रही. दरअसल 90 मिनट की प्रेसिडेंशियल डिबेट में भाग लेने के लिए कैंडिडेट को अमेरिका के संविधान के आर्टिकल II और सेक्शन I के तहत आने वाली सभी योग्यताएं पूरी करनी होती हैं.
ABC ने डिबेट को लेकर सवालों की लिस्ट जारी नहीं की थी. हालांकि, इस बहस में डोनाल्ड ट्रंप और कमला हैरिस के बीच इकोनॉमी, इमिग्रेशन, अबॉर्शन लॉ, 2020 के चुनाव में अपनी हार स्वीकार करने से ट्रंप के इनकार के साथ ही फॉरिन पॉलिसी जैसे मुद्दे हावी दिखाई दिए.
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डोनाल्ड ट्रंप ने कार्यकारी आदेश पर साइन करके अमेरिका के फेडरल चुनावों में वोटर रजिस्ट्रेशन के लिए नागरिकता का डॉक्यूमेंट प्रूव देना अनिवार्य कर दिया है.
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राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सरकारी दक्षता विभाग के उस फैसले का बचाव किया है, जिसमें USAID के जरिए भारत को दी जाने वाली 1 अरब 80 करोड़ रुपये की मदद रोक दी गई है. यह मदद भारत में मतदान बढ़ाने के लिए दी जा रही थी.ट्रंप का कहना है कि भारत के पास बहुत पैसा है.
अमेरिका के निवर्तमान राष्ट्रपति जो बाइडेन का कहना है कि वह डोनाल्ड ट्रंप को राष्ट्रपति चुनाव हरा सकते थे, लेकिन पार्टी के कहने पर उन्हें पीछे हटना पड़ा.
देश के मुख्य चुनाव आयुक्त ने कहा है कि भारत में इलेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन से छेड़छाड़ नहीं की जा सकती है. यह एक तरह से दुनिया के सबसे रईस व्यक्ति एलन मस्क को जवाब माना जा रहा था, जिन्होंने लेक्ट्रानिक वोटिंग मशीन की सुरक्षा पर सवाल उठाए थे.
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