US Election 2024: अमेरिका महाशक्ति है. इस कारण उसके चुनाव का असर तो पूरी दुनिया में असर होता ही है, लेकिन इस बार बताया जा रहा है कि इस चुनाव में अगर ट्रंप जीते तो फिर वो अमेरिका की नीतियों में कई बदलाव करेंगे....
अमेरिका में इस बात की चर्चा तेज हो गई है कि राष्ट्रपति चुनाव में अगर डोनाल्ड ट्रंप चुनाव हार जाते हैं तो वो क्या करेंगे. लोग इस बात की चर्चा इसलिए भी कर रहे हैं कि 2020 के चुनाव परिणाम को ट्रंप ने कभी स्वीकार नहीं किया. इस बार के चुनाव में भी वो बेईमानी का आरोप लगा चुके हैं.
दूसरी बार ह्वाइट हाउस जाने की कोशिशों में जुटे डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के एक प्रमुख उद्योगपति हैं. उनकी नेटवर्वथ अरबों डॉलर की है, वहीं कमला हैरिस पेशे से वकील हैं. उनकी कुल संपत्ति कुछ लाख डॉलर की है.
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान कई वादे किये जा रहे हैं. इस बीच पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने हिंदुओं के अधिकारों की रक्षा करने की बात कही, जिसे काफी सराहा जा रहा है.
साल 2020 में डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) की हार के बाद उन्होंने और उनके सहयोगियों ने कई मुकदमों के जरिए इलैक्शन रिजल्ट को चुनौती देने की कोशिश की, हालांकि वह चुनावी परिणामों को बदलने में कामयाब नहीं हो सके थे.
अमेरिका में पुरुषों में ट्रंप की पॉपुलेरिटी बढ़ती जा रही है जबकि महिलाओं में कमला हैरिस पॉपुलर हो रही हैं. हिस्पैनिक लोगों में भी ट्रंप की लोकप्रियता काफी है. रायटर और इपसोस ने 14000 लोगों में एक पोल करवाया. इस पोल का परिणाम हुआ उसे रायटर ने साझा किया है. रायटर ने यह पोल अक्तूबर के महीने में करवाया है. गौरतलब यह है कि इसी प्रकार को पोल इसी संस्था ने 2020 में भी इसी महीने में करवाया था. यह पोल काफी हद तक तब भी सटीक था और ऐसा ही माना जा रहा है कि इस बार भी कुछ ऐसा ही परिणाम देखने को मिलेगा.
पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की बेटी इवांका ट्रपं ने इस बार अपने पिता के चुनाव अभियान से पूरी तरह से दूरी बनाए हुई हैं. उनके इस कदम ने चर्चाओं को जन्म दे दिया है. डोनाल्ड ट्रंप इस राष्ट्रपति चुनाव में रिपब्लिकन पार्टी के उम्मीदवार हैं.
अमेरिका में चुनाव हैं. ऐसे में वर्तमान सरकार के मुखिया है राष्ट्रपति जो बाइडेन. ये डेमोक्रैट्स की सरकार है. इनसे पहले अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप राष्ट्रपति थे. डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन पार्टी के नेता हैं और इस बार पार्टी की ओर से राष्ट्रपति के दावेदार भी हैं. जो बाइडेन इस बार चुनाव नहीं लड़ रहे हैं और उनकी जगह उपराष्ट्रपति कमला हैरिस चुनाव मैदान में हैं. वर्तमान समय में अमेरिकी अर्थव्यवस्था पर वैश्विक दबाव जरूर है. ऐसे में डोनाल्ड ट्रंप जब चुनाव प्रचार कर रहे हैं तो वह लोगों से यह कहते नजर आ रहे हैं कि वर्तमान सरकार के काम की तुलना उनकी सरकार के काम से की जाए. वे लोगों से यह कह रहे हैं किस सरकार में हालात बेहतर थे इसे देखा जाए और फिर वोट किया जाए.
अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव पांच नवंबर को कराया जाएगा. इसके अलावा इस बार सीनेट के 34 सदस्यों और हाउस ऑफ रिप्रेजेंटेटिव के सदस्यों के साथ-साथ 11 राज्यों में गवर्नर का भी चुनाव हो रहा है. आइए इस चुनाव से जुड़े तथ्यों से आपको अवगत कराते हैं.
देश के पूंजीपति किसका समर्थन कर रहे हैं इसे भी देखना जरूरी हो जाता है. पूर्व राष्ट्रपति के समर्थन में देश के शीर्ष अरबपति हैं. इनमें टेस्ला के सीईओ एलन मस्क सबसे आगे हैं. मस्क ने साल की शुरुआत में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप का समर्थन किया था. इतना ही नहीं उनका समर्थन इतना खुला है कि वो ट्रंप की रैलियों में भी दिख रहे हैं.
इस बार के राष्ट्रपति चुनाव में गर्भपात एक बड़ा मुद्दा बनकर उभरा है. डेमोक्रेटिक उम्मीदवार कमला हैरिस खुलकर इसके समर्थन में आगे आई हैं. वहीं रिपब्लिकन उम्मीदवार और पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इसके खिलाफ नजर आ रहे हैं. चुनाव में महिलाओं की भूमिका को देखते हुए यह मुद्दा महत्वपूर्ण है.
कॉमेडियन टोनी हिंचक्लिफ ने रविवार को न्यूयॉर्क में रिपब्लिकन उम्मीदवार डोनाल्ड ट्रंप के समर्थन में आयोजित रैली में शामिल हुए थे. इस दौरान अपने भाषण में टोनी ने प्यूर्टो रिको को 'समुद्र में तैरता कूड़े का एक टापू' बता दिया था. इसका अब लोग विरोध कर रहे हैं.
अमेरिका में राष्ट्रपति के लिए वोटिंग 5 नवंबर को होनी है. दो प्रमुख दल डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन में टक्कर है. डेमोक्रैट्स की ओर से कमला हैरिस और रिपबल्किन की ओर से डोनाल्ड ट्रंप मैदान में हैं. कमला हैरिस वर्तमान डेमोक्रेट्स की सरकार में उपराष्ट्रपति हैं. जबकि डोनाल्ड ट्रंप रिपब्लिकन की ओर से 2016 का चुनाव जीते थे और राष्ट्रपति पर रह चुके हैं. ऐसे में जब दोनों ही उम्मीदवारों और उनके विचारों से दुनिया काफी हद तक परिचित है तो यह भी तय है कि दुनिया के देशों की निगाह अमेरिकी चुनाव पर टिकी होगी. हर देश का हित अमेरिकी सरकार से कहीं न कहीं जुड़ा होता है. ऐसे में हर देश की इच्छा होगी कि उसकी पसंद का नेता या पार्टी अमेरिका में चुनाव जीते.
कार्नेगी एंडोमेंट इंडियन अमेरिकन पॉलिटिकल एटीट्यूड नाम से यह सर्वेक्षण किया है. इसमें सात सौ से अधिक भारतीय मूल के अमेरिकियों की ऑनलाइन राय ली गई है. सर्वेक्षण के आंकड़े बताते हैं कि भारतीय अमेरिकी कमला हैरिस के समर्थक तो हैं, लेकिन उनकी डेमोक्रेटिक पार्टी के नहीं.
संयुक्त राज्य अमेरिका में व्हाइट हाउस यानी राष्ट्रपति के लिए चुनाव हो रहा है. व्हाइट हाउस संयुक्त राज्य अमेरिका के राष्ट्रपति का आधिकारिक निवास और कार्यालय भी है. राष्ट्रपति हाउस तक अपनी पहुंच बनाने के लिए लोगों का मत जीतना जरूरी है और इसके लिए अमेरिका में राष्ट्रपति पद के लिए चुनाव हो रहा है. 5 नवंबर को मतदान होगा और चुनाव में जो जीतेगा वह व्हाइट हाउस पहुंचेगा. अमेरिका का इस चुनाव में डेमोक्रेटिक पार्टी से कमला हैरिस (Kamala Harris) और रिपब्लिकन पार्टी से पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) मैदान में हैं.